भारत के बाद अमेरिका ने भी चाइनीज ऐप टिकटॉक को बैन कर दिया है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने टिकटॉक की पैरेंट कंपनी बाइटडांस पर बैन के आदेश पर गुरूवार को साइन कर दिए। इसके मुताबिक 45 दिन बाद रोक लागू हो जाएगी। टिकटॉक के साथ ही चाइनीज ऐप वीचैट को भी बैन किया गया है।
अमेरिकी टेक कंपनी माइक्रोसॉफ्ट टिकटॉक के अमेरिकी बिजनेस को खरीदने के लिए बात कर रही है। टिकटॉक यह डील करना चाहे तो अब उसे डेढ़ महीने में सौदा करना होगा। हालांकि, माइक्रोसॉफ्ट की तरफ से इस बारे में साफ-साफ नहीं बताया गया है कि डील होगी तो वह यूजर के डेटा की सेफ्टी के लिए क्या करेगी?
ट्रम्प ने कहा- टिकटॉक के जरिए चीन को जासूसी का मौका मिलता है
ट्रम्प ने कहा है कि चाइनीज ऐप राष्ट्रीय सुरक्षा, विदेश नीति और इकोनॉमी के लिए खतरा बने हुए हैं। इस वक्त खासतौर से टिकटॉक पर कार्रवाई को लेकर आदेश जारी किया गया है। टिकटॉक ऑटोमैटिकली यूजर की जानकारी हासिल कर लेता है।
अमेरिकी राष्ट्रपति का आरोप है कि टिकटॉक के जरिए चीन की कम्युनिस्ट पार्टी को अमेरिका के लोगों की जिंदगी में ताक-झांक करने का मौका मिल जाता है। इससे वह अमेरिकी कर्मचारियों और कॉन्ट्रैक्टर्स की लोकेशन ट्रैक कर सकता है, बिजनेस से जुड़ी जासूसी कर सकता है और पर्सनल इन्फॉर्मेशन के आधार पर ब्लैकमेल भी कर सकता है।
भारत ने अब तक 106 चाइनीज ऐप बैन किए
अमेरिका से पहले भारत भी चाइनीज ऐप के खिलाफ डिजिटल स्ट्राइक कर चुका है। जून के आखिर में भारत ने टिकटॉक समेत 59 चाइनीज ऐप बैन कर दिए थे। उसके बाद दूसरे फेज में चीन के 47 और ऐप्स पर रोक लगा दी थी।
टिकटॉक से जुड़ी ये खबरें भी पढ़ सकते हैं...
1. भारत ने जिन ऐप्स पर बैन लगाया, उनमें 20 से ज्यादा यूटिलिटी टूल; इन्हीं से होता था मोबाइल मैनेजमेंट
2. टिकटॉक के इस्तेमाल पर मिस्र ने पांच महिलाओं को जेल भेजा, 14 लाख रुपए का जुर्माना भी लगाया
3. टिकटॉक के खिलाफ विदेशी दखल और डाटा प्राइवेसी को लेकर ऑस्ट्रेलिया में भी जांच शुरू
आज की ताज़ा ख़बरें पढ़ने के लिए दैनिक भास्कर ऍप डाउनलोड करें
from Dainik Bhaskar https://ift.tt/3gDX6Nx
0 टिप्पणियाँ
If you any double . please let me know