मुंबई में मंगलवार से लगातार रुक-रुक कर बारिश हो रही है। इससे पूरे शहर में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं। मुंबई, ठाणे और पालघर में आज भी बारिश का रेड अलर्ट है। राहत और बचाव के लिए महाराष्ट्र में 20 टीमें तैनात की गई हैं। अकेले मुंबई में ही 5 टीमें लगी हैं। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने लोगों से आज घर से नहीं निकलने की अपील की है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी मुख्यमंत्री ठाकरे से चर्चा की है।
मुख्यमंत्री ने बीएमसी और एनडीआरएफ के अधिकारियों के साथ बैठक की। मुंबई में पूरी रात एनडीआरएफ की टीम फंसे लोगों को निकालने की कोशिश करती रही। कामकाजी दिन होने के कारण आज भी दफ्तर आने-जाने वालों को दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है।
मुंबई के इन इलाकों में दिखा सबसे ज्यादा असर
फोर्ट, चर्चगेट, मरीन ड्राइव, गिरगाम, ब्रीच कैंडी, पेडर रोड, हाजी अली जैसे इलाकों में जल-जमाव की सूचना है। चर्नी रोड में विल्सन कॉलेज के सामने, गिरगांव, बाबुलनाथ एरिया, पेडर रोड, बालकेश्वर एरिया में सड़कों पर पानी भरा रहा। इनमें से कई इलाकों में बिजली चली गई। जेजे अस्पताल के कैजुअल्टी वार्ड में पानी घुस गया है। दक्षिण मुंबई के कुछ अस्पताल भी बारिश के कारण प्रभावित हुए हैं। जसलोक अस्पताल की इमारत की कुछ टाइल्स गिर गईं।
प्रधानमंत्री ने हरसंभव मदद का वादा किया
बुधवार देर शाम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से बात की और मुंबई में बारिश से बिगड़े हालातों के बारे में जानकारी ली। पीएम ने ठाकरे को हरसंभव मदद का भरोसा दिलाया है।
स्टेडियम और स्टॉक एक्सचेंज को भी नुकसान हुआ
भारी बारिश के बीच हवाओं की रफ्तार इतनी तेज थी कि जवाहर लाल नेहरू पोर्ट ट्रस्ट (जेएनपीटी) में भारी-भरकम क्रेन तक पलट गई। इसी तरह शेयर मार्केट की बिल्डिंग पर लगा उसके नाम का बोर्ड टूट गया। डीवाई पाटिल स्टेडियम को भी नुकसान पहुंचा है। इसकी कई रैलिंग उड़ गईं। दक्षिण मुंबई में वानखेड़े स्टेडियम की हाईमास्ट लाइट के खंभे तेज हवा के साथ हिलते दिखे।
एनडीआरएफ ने 290 यात्रियों को सुरक्षित निकाला
एनडीआरएफ और रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) ने दो लोकल ट्रेनों में फंसे 290 यात्रियों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया। सूत्रों के मुताबिक, राज्य के सामाजिक न्याय मंत्री धनंजय मुंडे समेत दर्जनों अन्य लोग यहां ईस्टर्न फ्रीवे पर ट्रैफिक में करीब साढ़े तीन घंटे फंसे रहे। वे यहां यशवंतराव चव्हाण केंद्र में एनसीपी नेताओं की बैठक में शामिल होने जा रहे थे।
बारिश का 46 साल पुराना रिकॉर्ड टूटा
बुधवार को मुंबई की बारिश का हाल निसर्ग तूफान के दिन से भी ज्यादा खतरनाक नजर आया। कोलाबा में 46 साल बाद अगस्त में 12 घंटे में 294 एमएम बारिश हुई। इससे दक्षिण मुंबई में बरसों बाद सड़कों पर बहुत पानी दिखा। अगस्त महीने में कोलाबा में 1974 में सबसे अधिक बारिश का रिकॉर्ड 262 एमएम का था, जबकि बुधवार को यहां 293.8 एमएम बारिश दर्ज की गई। पिछले दो दिन से जारी बारिश बुधवार को और बढ़ गई। तेज हवाओं और बारिश के कारण मुंबई में जनजीवन प्रभावित हुआ।
कोविड-हेल्थ सेंटर में घुसा पानी
भायंदर पूर्व में बने प्रमोद महाजन कोविड हेल्थ सेंटर का सोमवार को मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने ऑनलाइन उद्घाटन किया था। इस सेंटर में करोड़ों रुपए की लागत के साथ एक अस्थायी शेड बनाया गया है, जिसमें दवाइयां और अन्य मेडिकल उपकरण लगे हैं, लेकिन कुछ घंटे की बारिश के बाद इसमें भी पानी घुस गया और यहां भर्ती मरीजों को शिफ्ट करना पड़ा।
पालघर में बाढ़ में फंसे 22 लोग बचाए गए
महाराष्ट्र की पालघर ग्रामीण पुलिस ने जिले में भारी बारिश के बाद बाढ़ की स्थिति के बीच 22 लोगों को बचा लिया। इनमें 5 साल की एक बच्ची भी शामिल है, जो पेड़ पर चढ़ गई थी और 4 घंटे से भी ज्यादा समय तक वहीं फंसी रही।
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